कहानी
चूल्हे पर चढ़ी खाली हांड़ी से
कुछ दाने पके चावल के
बच्चे को खिलाते हुए
माँ का मन कसमसाया होगा
भूखे बच्चे को थपक सुलाते हुए
भरे पेट का एहसास कराने
कहानी में रोटी को
चाँद से भरमाया होगा।
दिला दो नए कपडे माँ
बेटी की जिद पर
माँ को गुस्सा आया होगा
लगा दो चांटे उसे चुप कराया होगा
फटे आँचल से पोंछते आँसू
बिटिया को बहलाया होगा
कात रही है सूत बूढी माँ
तेरी फ्राक बनाने को
बेटी को सुलाते हुए ये
सपना उसके मन जगाया होगा।
खिलौने,कपडे ,रोटी,मिठाई
झूले,गुब्बारे,दूध की मलाई
पूरे न हो सकें जो कभी
लेकिन बनें रहें उनके ख्यालों में
ताकि उन्हें पाने की आस में
बच्चे करते रहें कोशिशें
ऐसे ही किसी ख्याल ने
माँ के मन में
कहानी को उपजाया होगा।
बहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteक्या कहने
चार लाइन याद आ रही है...
भूख ने मजबूर कर दिया होगा,
आचरण बेच कर पेट भर लिया होगा
अंतिम सांसो पर आ गया होगा संयम
बेबसी में कोई गुनाह कर लिया होगा
गहन भाव लिये सुंदर कविता.
ReplyDeleteबेहद मार्मिक रचना..
ReplyDeleteहृदयस्पर्शी...
बच्चे को खिलाते हुए
ReplyDeleteमाँ का मन कसमसाया होगा
भूखे बच्चे को थपक सुलाते हुए
भरे पेट का एहसास कराने
कहानी में रोटी को
चाँद से भरमाया होगा,,,,
बेहद संवेदनशील मार्मिक रचना,,,,,,बधाई स्वीकारें,,,
नवरात्रि की शुभकामनाएं,,,,
RECENT POST ...: यादों की ओढ़नी
प्रभावी प्रस्तुति |
ReplyDeleteआभार कविता जी ||
कहानी के उद्भव की मार्मिक गाथा...
ReplyDeleteमार्मिक ...सीधे सीधे शब्दों में लिखा गया गरीबी का दर्द
ReplyDeleteकात रही है सूत बूढी माँ
ReplyDeleteतेरी फ्राक बनाने को
बेटी को सुलाते हुए ये
सपना उसके मन जगाया होगा।
निःशब्द करते भाव जहाँ अभाव ही अभाव
मार्मिक प्रस्तुति
ReplyDeleteमार्मिक भावो को रचना में सजाया है आपने.....
ReplyDeleteआपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 18-10 -2012 को यहाँ भी है
ReplyDelete.... आज की नयी पुरानी हलचल में ....
मलाला तुम इतनी मासूम लगीं मुझे कि तुम्हारे भीतर बुद्ध दिखते हैं ....। .
बहुत गहरे भाव ...
ReplyDeleteबहुत स्वाभाविक है !
ReplyDeleteबेहद मार्मिक रचना
ReplyDeleteबहुत अद्भुत अहसास...सुन्दर प्रस्तुति .पोस्ट दिल को छू गयी.......कितने खुबसूरत जज्बात डाल दिए हैं आपने..........बहुत खूब,बेह्तरीन अभिव्यक्ति .आपका ब्लॉग देखा मैने और नमन है आपको और बहुत ही सुन्दर शब्दों से सजाया गया है लिखते रहिये और कुछ अपने विचारो से हमें भी अवगत करवाते रहिये. मधुर भाव लिये भावुक करती रचना,,,,,,
ReplyDeleteभरे पेट का एहसास कराने
ReplyDeleteकहानी में रोटी को
चाँद से भरमाया होगा
बेहद संवेदनशील मार्मिक रचना.....बधाई स्वीकारें
सुंदर रचना |
ReplyDeletebehad marmik shabdo se ki gayi sundar abhivyakti.........bahut bhawik rachana
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